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As the world goes digital, datacenters that make the cloud work look to renewable energy sources

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  Two seismic shifts in society are happening at the same time: The digitization of nearly everything, in what some call the fourth industrial revolution, and a move toward renewable energy driven by the climate crisis and other world events.   At the confluence of these movements are thousands of  datacenters  operating around the clock to support a wide spectrum of critical services.    When people refer to the cloud, they are really talking about the data in datacenters. These are real, on-the-ground places: buildings that house banks of computer processing units, humming with our work, our research, our play, the stories of our lives and the road maps to our futures.   While the energy datacenters use accounts for about  1% of all electricity consumed globally , the influence they’ve had on the shift to renewable, sustainable sources of energy is disproportionately large. Some of the impact has been direct and tangible, and some is indirect and harder to gauge.   “Energy use by lea

हिंदुस्तान के सबसे सफल इंसान (Pankaj Singh)

हिंदुस्तान के सबसे सफल इंसान  हिंदुस्तान के सबसे सफल इंसानों में कुछ लोगों का नाम है जो मैं आप सभी लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हु।  मेरे हिसाब से मैं कुछ लोगों का नाम आप सभी लोगों के साथ शेयर कर रहा हु हो सकता है की आप लोगों के हिसाब से न हो पर मैंने इन सभी लोगों के बारे में बहुत गहराई से रिसर्च किया और पाया की ये सभी लोग बिना गॉड फादर के अपने जीवन में जब इनके पास कुछ नहीं था तब ये कड़ी मेहनत और सहनशीलता के दम पर ो मुकाम हासिल किया जो हर किसी के पाने की तमन्ना होती है. ये सभी सफल इंसान किसी भी क्षेत्र से हो सकते है  १) रतन टाटा  २)जहाँ गीर टाटा  ३)  नरेंद्र मोदी  ४) स्वामी विवेका नन्द  संपादक  पंकज सिंह 

एलियन से मिलने को रहें तैयार!

वैज्ञानिक हमेशा अंतरिक्ष में अलग-अलग ग्रहों की खोज करने में लगे रहते हैं, जहां जीवन संभव हो सके। ऐसा इसलिए ताकि जरूरत पड़ने पर इंसानों का धरती के अलावा भी कोई दूसरा घर हो। लेकिन कई वैज्ञानिक मानते हैं कि अगर किसी दूसरे ग्रह पर जीवन पनप सकता है तो वहां एलियन का होना भी संभव है। स्कॉटलैंड में सेंट एंड्रयूज यूनिवर्सिटी में एक ग्रुप इस बात की योजना बनाना चाहता है कि अगर पृथ्वी पर एलियंस आ जाते हैं तो उनका सामना कैसे किया जाएगा। दुनिया भर के विशेषज्ञों की मदद से वे मजबूत प्रोटोकॉल और संधियों को एक साथ लाना चाहते हैं। साथ ही एलियन संभ्यताओं के किसी भी सबूत का आकलन करेंगे। उनका प्रारंभिक कार्य यूनिवर्सिटी में एक नए शोध केंद्र में होगा जो दूसरे ग्रहों पर एलियन (SETI) की खोज के लिए समर्पित है। कंप्यूटर वैज्ञानिक और SETI पोस्ट-डिटेक्शन हब के कोऑर्डिनेटर डॉ. जॉन इलियट का कहना है, 'साइंस फिक्शन की फिल्में एलियन जीवन की खोज और उनके प्रभाव से भरी हुई हैं। लेकिन हमें उनके मानवता के प्रभाव के बारे में सोचने से परे जाने की जरूरत है।' उन्होंने आगे कहा, 'हमें न केवल सबूतों का आकलन करने के लिए